GETTING MY HORROR STORY IN HINDI TO WORK

Getting My Horror story in Hindi To Work

Getting My Horror story in Hindi To Work

Blog Article

पिके: हाय मोलिसा मैं पिके बोल रहा हूँ, मुझे आपका मेसेज मिला था. बताइए मैं आपकी क्या सहायता कर सकता हूँ?

आर्यन पिज्जा बॉय से आर्डर लेकर चला जाता है। लेकिन आर्यन उसकी बातों से काफी ज्यादा डर गया था। आर्यन जाकर पिज्जा का बॉक्स खोलता है, लेकिन उसमें पिज्जा नहीं था। उसमें खून से लिखा हुआ मैसेज था – तुम अभी अकेली नहीं हो।

par mujhe pta nahi kyu vo khoon dekh kar me use pine k liye utavla hota ja rha tha.. shayd me bhi unki trhe ban gya tha… or mene vo khun piya or achanak meri nind tut gyi… fir me utha or mujhe jor ki pyas lag rhi thi… mene pani piya to mujhe ulit aa gyii… me kafi dar gya tha…

आर्यन ने जैसे तैसे खुद को संभाला ही था, लेकिन तभी उसको दरवाजा खटकने की आवाज सुनाई दी। लेकिन अब आर्यन में बिल्कुल हिम्मत नहीं थी कि वह दरवाजा तक जाए। आर्यन अपनी जान बचाने के लिए घर की दीवार कूदकर बाहर निकल जाता है। 

लेकिन आर्यन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था और तभी आर्यन सामने से आ रही एक कार से टकराने ही वाला था पर कार रुक जाती है और आर्यन वही बेहोश होकर गिर जाता है। उस कार में आर्यन के पापा थे।

पोंड का डरावना भूत डरावनी कहानी – horror stories in hindi lyrics

स्वाति अपनी आदत को बदल ही नहीं पा रही थी, डॉक्टर भी स्वाति को कई बार समझा चुके थे, more info पर ना जाने क्यों स्वाति डॉक्टर की बात को अनसुना करके अपनी आदत को बनाये रखी थी।। शायद स्वाति को पता भी नहीं था कि ...

राजू और सुरेश ने उस आदमी से मिलकर बातचीत की और उन्हें समझाया कि वे लोग किसी को तंग नहीं करते बल्कि उनका यहाँ रहना एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण जीवन है। राजू और सुरेश ने उस आदमी से दोस्ती की और उसके साथ हंसी-मजाक में वक्त बिताया।

नीता ने बंगले से बाहर निकलते हुए एक सबक सीखा कि डर से नहीं भागना चाहिए, बल्कि साहस और संयम के साथ अपने आप को आगे बढ़ाना चाहिए।

इसलिए उसने घर जाने की बजाय उस दिन कमरे में रात रुकने का फैसला किया। दोपहर को तो कुछ नहीं हुआ। लेकिन रात में जब वह बिस्तर पर लेट कर गाने सुन रहा था तो उसे कुछ आवाजें सुनाई दीं जैसे कोई छत पर कूद रहा हो। उसने सोचा कि शायद इयरफ़ोन में कोई खराबी होगी और उसने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और कुछ समय बाद उसने हेडफोन को हटा दिया, क्योंकि उसे नींद आ रही थी।

इसके बाद क्या हुआ, इसका पता हम कैसे लगाये, यह हमको समझ नहीं आ रहा था.

फिर विजय ने कुछ देर के लिए आईने से नजर हटा ली और रोड की तरफ देखने लगा। कुछ देर बाद जब विजय ने आईने में वापस देखा तो पीछे उसे कोई नहीं दिखा। फिर उसने देखा कि वह आदमी उसके बगल वाले सीट में बैठा हुआ था।

सारा एक इक्कीस साल की भोली भाली लड़की थी जो भोपाल में अपने परिवार के साथ हसी खुशी से रह रही थी पर अपने एक दोस्त के शादी में उसे वीर नामक एक लड़के से प्यार हो जाता है सारा ने वीर के बारे में अपने ...

तभी उसे याद आया दादी मां की बताई एक पुरानी कहावत। अंधेरे का साया आदमखोर को डराता है। बिना समय गवाएं मोहन ने अपने दीये को बुझा दिया। अचानक अंधेरे में जीव रुक गया। उसकी चमकती आंखें भी गायब हो गई।

Report this page